कुल मिलाकर सकारात्मकता और नकारात्मकता का मिश्रण रहा ये वर्ष ! कुल मिलाकर सकारात्मकता और नकारात्मकता का मिश्रण रहा ये वर्ष !
बच्चे की लाश के बारे लिखा था जिसे भिखारियों के गिरोह ने मार डाला था। बच्चे की लाश के बारे लिखा था जिसे भिखारियों के गिरोह ने मार डाला था।
ये स्थितियां जिन्हें समझ में आ गईं हैं उनका अभिनंदन है ये स्थितियां जिन्हें समझ में आ गईं हैं उनका अभिनंदन है
ए चाँद… क्यों चिढ़ा रहा है मुझे अपने नूर से आज नितांत अकेली मैं निशीथ में। ए चाँद… क्यों चिढ़ा रहा है मुझे अपने नूर से आज नितांत अकेली मैं निशीथ में।