"मुझे रोटी-पराठे की खुशबू ही पसंद है।" सोनी मासूमियत से बोली। "मुझे रोटी-पराठे की खुशबू ही पसंद है।" सोनी मासूमियत से बोली।
मैं अब इसका पालन करूंगी। मेरी मम्मी जी कितनी अच्छी व समझदार हैं। मैं अब इसका पालन करूंगी। मेरी मम्मी जी कितनी अच्छी व समझदार हैं।
कुछ काम के सिलसिले में दो दिनों के लिए नीता अपने पुराने शहर आई थी। कुछ काम के सिलसिले में दो दिनों के लिए नीता अपने पुराने शहर आई थी।
"अरे पागल है क्या, ताज़े पराठे देगा उसे? वो कल की बासी रोटियाँ पड़ी हैं डिब्बे में, थोड़ी बस्सा रही हैं... "अरे पागल है क्या, ताज़े पराठे देगा उसे? वो कल की बासी रोटियाँ पड़ी हैं डिब्बे में...