उसने भी खुशी जाहिर की और खाना खाने लगी। उसने भी खुशी जाहिर की और खाना खाने लगी।
इसीलिए बता रहे हैं बाबू, उसने भी नहले पर दहला मारा। इसीलिए बता रहे हैं बाबू, उसने भी नहले पर दहला मारा।
लोमड़ी ने उसे एक बड़े से रेस्त्रां के लिए जगह दिलवा दी लोमड़ी ने उसे एक बड़े से रेस्त्रां के लिए जगह दिलवा दी
शहर के चूहे ने गांव के चूहे को हिम्मत देते हुए कहा ‘अब कोई डर नहीं मित्र, शहर के चूहे ने गांव के चूहे को हिम्मत देते हुए कहा ‘अब कोई डर नहीं मित्र,
सास-ससूर जब जिंदा होते है तो बहुतबार उनको कोई खाने के लिए पुछता भी नहीं... लेकिन श्राद्ध के दिन...? सास-ससूर जब जिंदा होते है तो बहुतबार उनको कोई खाने के लिए पुछता भी नहीं... लेकिन...
मैं पहले गुस्सा करता लेकिन फिर जाकर सभी का काम करता। वह सब्जी की खुशबू और सेवइयां को देखकर मुंह में ... मैं पहले गुस्सा करता लेकिन फिर जाकर सभी का काम करता। वह सब्जी की खुशबू और सेवइया...