पापा के मुंह से मम्मी की तारीफ सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था। पापा के मुंह से मम्मी की तारीफ सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था।
जैसा तुम कहोगी मैं वैसा ही करूँगा” मैंने उसके नर्म हाथ को पकड़ते हुए कहा जैसा तुम कहोगी मैं वैसा ही करूँगा” मैंने उसके नर्म हाथ को पकड़ते हुए कहा
लेखक: वेरा पनोवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: वेरा पनोवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास