सभी वर्धन परिवार की सफलता और एकता की चर्चा कर रहे थे सभी वर्धन परिवार की सफलता और एकता की चर्चा कर रहे थे
दुनिया दिखावे की है सादगी को सब मूर्खता ही समझ लेते हैं। दुनिया दिखावे की है सादगी को सब मूर्खता ही समझ लेते हैं।
सूरज को धक्का लगाया और बेटी को उठाया और भागकर महिला आरक्षण में चली गई। सूरज को धक्का लगाया और बेटी को उठाया और भागकर महिला आरक्षण में चली गई।
अपने पिता की दुहाई देकर अपने कामकाज करवा लेता अपने पिता की दुहाई देकर अपने कामकाज करवा लेता
अब खुशियों का बचपन पिघल रहा था दिखावे की जिम्मेदारियों की तहों को ज़माने की खातिर। अब खुशियों का बचपन पिघल रहा था दिखावे की जिम्मेदारियों की तहों को ज़माने की खाति...