कविता की आंखों में अश्रु धारा बह रही थी 15 साल बाद ही सही किसी ने उसकी पसंद तो पूछी। कविता की आंखों में अश्रु धारा बह रही थी 15 साल बाद ही सही किसी ने उसकी पसंद तो प...
स्टोरी मिरर ने इस लॉक डाउन के दौरान मेरे अंदर के लेखक और कवि को बाहर निकलने में बहुत मद स्टोरी मिरर ने इस लॉक डाउन के दौरान मेरे अंदर के लेखक और कवि को बाहर निकलने में ...
यह कहकर वह अपनी साइकिल पर सवार होकर चला गया। यह कहकर वह अपनी साइकिल पर सवार होकर चला गया।
बहुत ही अच्छेे थे। फिर हम वहां से चल दिए। बहुत ही अच्छेे थे। फिर हम वहां से चल दिए।
कुछ देर घूमने के बाद हमेेंं बस मिली और हमारी बस फिर चल पड़ी। कुछ देर घूमने के बाद हमेेंं बस मिली और हमारी बस फिर चल पड़ी।
अब परवेज़ के कौशल और मेरी निर्णय क्षमता की परीक्षा थी। अब परवेज़ के कौशल और मेरी निर्णय क्षमता की परीक्षा थी।