अपने होने वाले दामाद से हुई एक दिलचस्प मुलाकात को एक संस्मरण के रूप में दर्शाती कथा अपने होने वाले दामाद से हुई एक दिलचस्प मुलाकात को एक संस्मरण के रूप में दर्शाती ...
वो बोल रहा था और मैं सुन रही थी लेकिन मेरे कानों में जो शब्द गूंज रहे थे वो............ वो बोल रहा था और मैं सुन रही थी लेकिन मेरे कानों में जो शब्द गूंज रहे थे वो........
के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला। के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला।
अब परवेज़ के कौशल और मेरी निर्णय क्षमता की परीक्षा थी। अब परवेज़ के कौशल और मेरी निर्णय क्षमता की परीक्षा थी।
"नहीं मैं तो आई लव यू कहने आयी हूँ। आई लव यू सुमित। "नहीं मैं तो आई लव यू कहने आयी हूँ। आई लव यू सुमित।
अपने गाॅंव आयी बहू कैसे ससुराल वालों का दिल जितती है... यह इस कहानी में दर्शाया है... अपने गाॅंव आयी बहू कैसे ससुराल वालों का दिल जितती है... यह इस कहानी में दर्शाया ...