कान्ता और रमेश को उनके आने की भनक भी नहीं लगी, श्रीधर उल्टे पैर दुकान... कान्ता और रमेश को उनके आने की भनक भी नहीं लगी, श्रीधर उल्टे पैर दुकान...
इतने में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर-जोर से बोला : मयूर... मयूर... मयूर. इतने में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर-जोर से बोला : मयूर... मयूर... मयूर...
असली वह जिसने चमत्कार दिखाया हो असली वह जिसने चमत्कार दिखाया हो
तिजोरी की चाभी मुझे दे दो, में सबके चार हिस्से बना लूंगी तिजोरी की चाभी मुझे दे दो, में सबके चार हिस्से बना लूंगी
हमें हार का स्वाद चखना पड़ा, और हजारों रुपए खर्च हुए वो अलग। हमें हार का स्वाद चखना पड़ा, और हजारों रुपए खर्च हुए वो अलग।