Find your balance with The Structure of Peace & grab 30% off on first 50 orders!!
Find your balance with The Structure of Peace & grab 30% off on first 50 orders!!

Rohit Verma

Action Children Others tragedy classics

3.0  

Rohit Verma

Action Children Others tragedy classics

सच्ची बात लेकिन थोड़ी कड़वी

सच्ची बात लेकिन थोड़ी कड़वी

1 min
345


आप अंधे हैं क्योंकि आप हर किसी के जरिए मूर्ख बन जाते है आप किसी भी विचार से उसको भगवान नहीं बना सकते क्योंकि शारीरिक रूप से वह इंसान है क्या आपने कोई चमत्कार देखा नहीं तो आप भगवान का दर्जा कैसे दे सकते हो मूर्ति वाले को भगवान कह सकते है लेकिन चलते फिरते इंसान को नहीं. आप अपनी तिजोरी खाली करके उनकी तिजोरी भरते है और आप वहीं से उल्लू बनते है क्योंकि आपके दिमाग में विचारों की छाप छोड़ दी होती है. जिससे आपके जरिए खुद का काम निकाल सके. असली वह जिसने चमत्कार दिखाया हो. विचार आपका दिमाग नहीं चलाते अर्थात् आप खुद चलाते हैं . मूर्ति वाले के चरण में कुछ डाला वह काम तो आ जाएगा लेकिन चलते फिरते इंसान के चरण में डालोगे वह सोच समझ कर काम आएगा. जो विचारों का पैसा ले वह विचार ही किस काम क्या? आपकी उल्लू बनने की प्रक्रिया बचपन से चालू हो जाती है. कभी भी विचारों की परिभाषा से ना चले चलना है तो खुद की परिभाषा से चले. अन्धविश्वास की चोट जब दिमाग में लगती है तो अच्छा खासा आदमी मूर्ख बन ही जाता है . क्योंकि मजबूरी में हर कोई हाथ सेखने की कोशिश करता है.


Rate this content
Log in

More hindi story from Rohit Verma

Similar hindi story from Action