एक बार मिलकर देखिए खुद से किसी दूसरे को पाने कि ख्वाहिश ना रहेगी बाखुदा। एक बार मिलकर देखिए खुद से किसी दूसरे को पाने कि ख्वाहिश ना रहेगी बाखुदा।
सबसे रूठने की रस्म पूरी कर चुका हूँ मैं अब और नहीं। सबसे रूठने की रस्म पूरी कर चुका हूँ मैं अब और नहीं।
सोशल डिस्टैसिंग की बात हुई थी. सोशल डिस्टैसिंग की बात हुई थी.
कई सारी अविश्वसनीय घटनाएँ होंगी... हम मार्गारीटा के साथ साथ रहेंगे... कई सारी अविश्वसनीय घटनाएँ होंगी... हम मार्गारीटा के साथ साथ रहेंगे...
वहाँ सितारों की भीड़ में चाँद तन्हा है और लोगों की भीड़ में मैं यहाँ.... वहाँ सितारों की भीड़ में चाँद तन्हा है और लोगों की भीड़ में मैं यहाँ....
ऐ कंवलजीत तेरी कहानी भी तो मैंने लिखी अधूरी थी जब मैं अपनी कहानी न पूरी लिख पाया तो तेरी कैसे पूरी ह... ऐ कंवलजीत तेरी कहानी भी तो मैंने लिखी अधूरी थी जब मैं अपनी कहानी न पूरी लिख पाया...