कुछ सालों पहले अपने घर से लड़ झगड़ कर मैं पढ़ाई के लिए मुम्बई गयी थी कुछ सालों पहले अपने घर से लड़ झगड़ कर मैं पढ़ाई के लिए मुम्बई गयी थी
भाइयों ने भी बड़ा जलील किया उसे पर वो बस एक ही बात कहती रही भाइयों ने भी बड़ा जलील किया उसे पर वो बस एक ही बात कहती रही
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा मैं बहुत दिन से बेरोजगारी की मार झेल रहा था मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा मैं बहुत दिन से बेरोजगारी की मार झेल रहा था
जब देखो तब मम्मी को जलील करते हुए शायद आपको अपना बड़प्पन लगता होगा जब देखो तब मम्मी को जलील करते हुए शायद आपको अपना बड़प्पन लगता होगा