गाँव के जमींदार की उस पर बुरी नियत लगी रहती थी गाँव के जमींदार की उस पर बुरी नियत लगी रहती थी
पास्ता का नाश्ता पास्ता का नाश्ता
अगले पांच मिनट में बच्चा और भारी लगने लगा, अब मुझे कुछ अजीब लगा अगले पांच मिनट में बच्चा और भारी लगने लगा, अब मुझे कुछ अजीब लगा
तभी सामने पड़े ख़बर के कागज़ पर नज़र पड़ी “दो औरतों को चुड़ैल बोलके हुआ सामूहिक बलात्कार और फ तभी सामने पड़े ख़बर के कागज़ पर नज़र पड़ी “दो औरतों को चुड़ैल बोलके हुआ सामूहिक बलात...
वो वहीं रुक गई और हम वहाँ से सही सलामत वापस अपने घर पहुंच गए। वो वहीं रुक गई और हम वहाँ से सही सलामत वापस अपने घर पहुंच गए।
बलबीर को आधी रात को पेड़ के नीचे जाकर खूंटा गाड़ना था! बलबीर को आधी रात को पेड़ के नीचे जाकर खूंटा गाड़ना था!