मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत लेखक मनोज यादव की दिल को झकझोर देने वाली कहानी है लाकडाउन मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत लेखक मनोज यादव की दिल को झकझोर देने वाली कहानी है ल...
अगले ही दिन वो अपने परिवार को साथ ले, देव दर्शन की एक लंबी यात्रा पर निकल गए। अगले ही दिन वो अपने परिवार को साथ ले, देव दर्शन की एक लंबी यात्रा पर निकल गए।
कौन करेगा उनकी देखभाल ?अमिता का दिल बैठा जा रहा था। कौन करेगा उनकी देखभाल ?अमिता का दिल बैठा जा रहा था।
बातूनी रुमालीन तो खुद को कबका विजेता घोषित कर चुकी थी बातूनी रुमालीन तो खुद को कबका विजेता घोषित कर चुकी थी
तुम्हें मैं पति के सभी दायित्वों से मुक्त करती हूँ। तुम्हें मैं पति के सभी दायित्वों से मुक्त करती हूँ।
अब जब लॉकडाउन हट गया है और पार्क भी खुलने लग गए हैं । अब जब लॉकडाउन हट गया है और पार्क भी खुलने लग गए हैं ।