अब चलो और घर चलकर अपनी ज़िंदगी की नई शुरुआत करो।" अब चलो और घर चलकर अपनी ज़िंदगी की नई शुरुआत करो।"
जो समाज को शिक्षित एवं संगठित करने का प्रयास करता है। जो समाज को शिक्षित एवं संगठित करने का प्रयास करता है।
मेरा काम खत्म हो चुका है। बगल वाली सीट पर अब कोई नहीं होगा कोई नहीं। मेरा काम खत्म हो चुका है। बगल वाली सीट पर अब कोई नहीं होगा कोई नहीं।
यही ठीक लगता है कि कम खाओ, ग़म खाओ, जीवन को खुशहाल बनाओ। यही ठीक लगता है कि कम खाओ, ग़म खाओ, जीवन को खुशहाल बनाओ।
उसी डिब्बे में रीवा के सामने बैठे उससे बाते कर अपने खुशहाल जीवन का प्रमाण दे रहे थे।। उसी डिब्बे में रीवा के सामने बैठे उससे बाते कर अपने खुशहाल जीवन का प्रमाण दे रहे...
मगर उसको सँभालने वाला होना चाहिए फायदा उठाने वाला नहीं। मगर उसको सँभालने वाला होना चाहिए फायदा उठाने वाला नहीं।