राकेश की पत्नी ने अपने मुख पर कुटिल मुस्कान बिखेर दी। राकेश की पत्नी ने अपने मुख पर कुटिल मुस्कान बिखेर दी।
बाप ने बेटे की तरफ गुस्से से देखा और इधर प्रीति मुस्कुराते हुए आगे बढ़ गयी। बाप ने बेटे की तरफ गुस्से से देखा और इधर प्रीति मुस्कुराते हुए आगे बढ़ गयी।
इस भाग को समझने के लिए पिछले पांच भागों को पढ़ें। अब तक..... दृष्टि दिव्या को धोखा देक... इस भाग को समझने के लिए पिछले पांच भागों को पढ़ें। अब तक..... दृष्ट...
"भिंडी महंगी है, आधा किलो प्याज दो, अरे हाँ टमाटर भी रख देना" "भिंडी महंगी है, आधा किलो प्याज दो, अरे हाँ टमाटर भी रख देना"
मुस्कुरा रहा हूं, कुटिल मुस्कान, जिंदगी की आंखो में आंखें डालकर, आप भी मुस्कुराइए। मुस्कुरा रहा हूं, कुटिल मुस्कान, जिंदगी की आंखो में आंखें डालकर, आप भी मुस्कुराइ...
बेचारा किसान, जिसने मुझे जन्म दिया, उसके काम न आ कर मैं कुछ मक्कार लोगों के हाथ की कठपुतली बन गई। गर... बेचारा किसान, जिसने मुझे जन्म दिया, उसके काम न आ कर मैं कुछ मक्कार लोगों के हाथ ...