ज़िंदगी के दोराहे... ज़िंदगी के दोराहे...
बेटा! तुम्हारे पास तो कितने सारे खिलौने है, अब और खिलौनों कि क्या जरूरत है तुम्हें बेटा! तुम्हारे पास तो कितने सारे खिलौने है, अब और खिलौनों कि क्या जरूरत है तुम्ह...
मर्ज का इंतज़ार कहानी है दद्दा और उनके पोते विंदु की। दद्दा की बीमारी ने विंदु की दुनिया अस्पताल के ए... मर्ज का इंतज़ार कहानी है दद्दा और उनके पोते विंदु की। दद्दा की बीमारी ने विंदु की...
सुकन्या ने सिर झुके झुके हां में हिलाया।घर भर में खुशी की लहर दौड़ गई। सुकन्या ने सिर झुके झुके हां में हिलाया।घर भर में खुशी की लहर दौड़ गई।
पीछे वो लड़का निर्निमेष पलकों से उसकी ओर ही देख रहा होता था। पीछे वो लड़का निर्निमेष पलकों से उसकी ओर ही देख रहा होता था।
जैसे ही उलटी गिनती के बाद कोच से सीटी बजती है, अखिल बोर्ड को निशाना बनाता है जैसे ही उलटी गिनती के बाद कोच से सीटी बजती है, अखिल बोर्ड को निशाना बनाता है