हमारे समाज में मर्यादा, हमें संस्कारों में मिलती है। हमारे समाज में मर्यादा, हमें संस्कारों में मिलती है।
यहां इस व्यक्ति पर भगवान के अवतार होने का आरोप है। उसे तो लोग ईश्वर ही मानते हैं। यहां इस व्यक्ति पर भगवान के अवतार होने का आरोप है। उसे तो लोग ईश्वर ही मानते हैं...
अब ये सब जानने के बाद वो अपने पा को पूजना भी शुरू करने वाली थी। अब ये सब जानने के बाद वो अपने पा को पूजना भी शुरू करने वाली थी।
पुरानी बातें भूल जाओ मुझे तो कुछ याद ही नहीं ,सब लोग खुश रहो और क्या चाहिए पुरानी बातें भूल जाओ मुझे तो कुछ याद ही नहीं ,सब लोग खुश रहो और क्या चाहिए
ऑक्सीजन का सिलेंडर भी घर में ही रखा हुआ था। ऑक्सीजन का सिलेंडर भी घर में ही रखा हुआ था।
थोड़ा शांत चित से मैंने, जतिन से वादा किया कि मै, उससे नाराज नहीं होऊँगा। थोड़ा शांत चित से मैंने, जतिन से वादा किया कि मै, उससे नाराज नहीं होऊँगा।