आखिर जिस मिट्टी में कृष्ण लीला का वास हो भला वह मोहित क्यों न करे ? आखिर जिस मिट्टी में कृष्ण लीला का वास हो भला वह मोहित क्यों न करे ?
उच्च स्वर में उनके संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण वायु मण्डल में एक सात्विक कम्पन-सा पैदा करता हुआ सु... उच्च स्वर में उनके संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण वायु मण्डल में एक सात्विक कम्पन...
जब प्रेम अपने शुद्धतम रूप में होता है तो समस्त इच्छाये समाप्त होकर के एक स्थान पर केंद्रित। जब प्रेम अपने शुद्धतम रूप में होता है तो समस्त इच्छाये समाप्त होकर के एक स्थान प...
बुआ सच में आपका प्रेम अलौकिक प्रेम था। बुआ सच में आपका प्रेम अलौकिक प्रेम था।
सच्चाई से दूर मानी जाती हैं पर आज भी इनकी स्मृति मन को रोमांचित कर जाती है। सच्चाई से दूर मानी जाती हैं पर आज भी इनकी स्मृति मन को रोमांचित कर जाती है।
आज भी वह निमंत्रण पत्र के रूप में गमले में पौधे सबके घरों में शोभायमान है । आज भी वह निमंत्रण पत्र के रूप में गमले में पौधे सबके घरों में शोभायमान है ।