अभी कुछ वक़्त पहले तक लगभग अजेय समझी जाने वाली पार्टी केवल २ महीने में ही अस्तित्व के लिए संघर्ष करत... अभी कुछ वक़्त पहले तक लगभग अजेय समझी जाने वाली पार्टी केवल २ महीने में ही अस्तित...
श्री कृष्ण का नाता सभी से रहा है चाहे वह ग़रीब हो या अमीर, पापी हो या पुण्य वान क्रोधी हो या कोमल ब्... श्री कृष्ण का नाता सभी से रहा है चाहे वह ग़रीब हो या अमीर, पापी हो या पुण्य वान ...
जल से खींचकर बाहर ले आए तभी वह मगरमच्छ सुंदर स्त्री में बदल गया। जल से खींचकर बाहर ले आए तभी वह मगरमच्छ सुंदर स्त्री में बदल गया।
क्या पता, पर मैंने ख़ुद देखा है, भीतर दो लोग एक साथ बंद हैं।" क्या पता, पर मैंने ख़ुद देखा है, भीतर दो लोग एक साथ बंद हैं।"
कहाँ थे तुम दस दिनों से? मैं कितना परेशान थी! तुम्हारा नंबर भी नहीं लग रहा था कहाँ थे तुम दस दिनों से? मैं कितना परेशान थी! तुम्हारा नंबर भी नहीं लग रहा था
कड़ी मेहनत और बुलंद हौसलों के कारण कामयाबी उनके कदम चूमने लगी । कड़ी मेहनत और बुलंद हौसलों के कारण कामयाबी उनके कदम चूमने लगी ।