किसी के हाथ थामने का एहसास ही काफी है जिंदगी जीने के लिए। किसी के हाथ थामने का एहसास ही काफी है जिंदगी जीने के लिए।
इसिलिए माँ अगर मैंने कोई पुन्य किया हो तो बहू तो भाभी जैसी ही मिले मुझे। इसिलिए माँ अगर मैंने कोई पुन्य किया हो तो बहू तो भाभी जैसी ही मिले मुझे।
अनोखी को बड़ा क्षोभ हुआ की उसके माता-पिता ने उसे इतना पराया कर दिया अनोखी को बड़ा क्षोभ हुआ की उसके माता-पिता ने उसे इतना पराया कर दिया
समुची दुनिया घूमने के बाद भी उसका मन अपने उस विकासहीन गाँव में ही लगा हुआ था समुची दुनिया घूमने के बाद भी उसका मन अपने उस विकासहीन गाँव में ही लगा हुआ था
बस यही सोच पड़ोसी से छाता मांग कर चली आई। बस यही सोच पड़ोसी से छाता मांग कर चली आई।
परिवार की एकता ही हर मुनष्य को हर संकट से निकलने में सहयोग करता है। परिवार की एकता ही हर मुनष्य को हर संकट से निकलने में सहयोग करता है।