रचना के कमरे के समीप से गुजरते हुए,अचानक मेरी नजर उस पर पड़ी। रचना के कमरे के समीप से गुजरते हुए,अचानक मेरी नजर उस पर पड़ी।
तू तो कुलक्षणी है एक बेटा न जन सकी। मैं अपने बेटे का दूसरा ब्याह कर रही हूँ। तू जहां जाना चाहे जा सक... तू तो कुलक्षणी है एक बेटा न जन सकी। मैं अपने बेटे का दूसरा ब्याह कर रही हूँ। तू ...
वह किसी तरह ललुआ तक पहुंची और उससे लिपटकर रोने लगी - बेटा वह किसी तरह ललुआ तक पहुंची और उससे लिपटकर रोने लगी - बेटा
अब्बा ने हम भाई-बहनों को भीड़ में चलने नहीं दिया हमेशा कहाँ अपना रास्ता अलग ढूँढो अब्बा ने हम भाई-बहनों को भीड़ में चलने नहीं दिया हमेशा कहाँ अपना रास्ता अलग ढूँढ...
अब तुम लोगों के सामने तो मैं एक तरह से अनपढ़ ही हूँ अब तुम लोगों के सामने तो मैं एक तरह से अनपढ़ ही हूँ
हाँ भाई पर उसका बड़ा बेटा अभिषेक बहुत काबिल निकला हाँ भाई पर उसका बड़ा बेटा अभिषेक बहुत काबिल निकला