उस समय वरदान स्वरूप मिली ओढ़नी होलिका से हट कर प्रह्लाद पर आ गई उस समय वरदान स्वरूप मिली ओढ़नी होलिका से हट कर प्रह्लाद पर आ गई
इस कार्य के लिए और सबने भी अपनी सहमति जताई, इसके उपरांत अपारशक्ति भी सहमत हो गए। इस कार्य के लिए और सबने भी अपनी सहमति जताई, इसके उपरांत अपारशक्ति भी सहमत हो गए।
ज़िन्दगी अपनी कविता लिखे जा रही है, एक अंतिम अग्नि जले जा रही है..! ज़िन्दगी अपनी कविता लिखे जा रही है, एक अंतिम अग्नि जले जा रही है..!
आखिर कब तक सीता अग्नि परीक्षा देती रहेगी आखिर कब तक सीता अग्नि परीक्षा देती रहेगी
आज के राम को भी अग्नि परिक्षा देनी पड़ सकती है आज के राम को भी अग्नि परिक्षा देनी पड़ सकती है
उसका अधजला चेहरा लाल सुलगते हाथ और निकली हुई हड्डियाँ देख उसका बेटा धम्म से गिर गया। उसका अधजला चेहरा लाल सुलगते हाथ और निकली हुई हड्डियाँ देख उसका बेटा धम्म से गिर ...