मैंने तय कर लिया कि अब कभी जल्दबाजी में फैसला नहीं करूँगा। मैंने तय कर लिया कि अब कभी जल्दबाजी में फैसला नहीं करूँगा।
जैसे मैं वही नन्ही सी अंजलि माँ की गोद में झूल रही हूँ। जैसे मैं वही नन्ही सी अंजलि माँ की गोद में झूल रही हूँ।
बस सिर्फ और सिर्फ तुम्हें ही लिखना चाहती हूँ। बस सिर्फ और सिर्फ तुम्हें ही लिखना चाहती हूँ।
चंद ही दिनों में उसे एक अलग ही तस्वीर नजर आई बदलते रिश्तों की। चंद ही दिनों में उसे एक अलग ही तस्वीर नजर आई बदलते रिश्तों की।
स्नैक बनने जा रहा है ?" वह उसका मजाक बना रही है। स्नैक बनने जा रहा है ?" वह उसका मजाक बना रही है।
वो खुद एक अनसुलझी पहेली और झूठ का दलदल है उस झूठ में ढकेला मुझे सच दिखाकर। वो खुद एक अनसुलझी पहेली और झूठ का दलदल है उस झूठ में ढकेला मुझे ...