वह पीले सूट वाली लडकी
वह पीले सूट वाली लडकी
आज यश कुछ सोच रहा है,और इंतजार कर रहा है,आप पूछेगें किसका अरे वही पीले सूट वाली लडकी का ,जो रोज आती है,ताजे हवा के झोके जैसी,हर तरफ ताजगी फैलाते हुये हँसता सा नूरानी चेहरा बस जो भी देखे तो देखता ही रह जाये ,इतती सुंदर कैसे है,अरे शायद कभी पूछने का मौका मिल जाये ,हाँ काहे नहीं मिलेगा शिव पर भरोसा जो हैं कब मिलेगा नहीं मालूम, बड़ी बैचेनी हो रही हैं.पता नहीं अभी तक काहे नहीं आयी ,आज तो बहुत डाँटूगा पता नहीं कहाँ रह गयी बड़ा दिमाग खराब हो रहा है,पर आज तक तो अपने मन की बात ना कह सका कैसे कुछ कह पाऊगा ,अरे वह देखो आरही है ताजा खूशबू का झोका आ गया पर पता किस किस को साथ में ले रखा हैं ,लग रहा है उसके माता पिता है,धत तेरे की आज फिर कुछ नहीं कह पाऊगा ,चलिये आप लोग मिल कर अरदास करे कि हमको साहस मिलें,पर पता नही कल कब आयेगा जीवन में चलो उसकी वाली बस में पीछे की सीट पर बैठ जाऊगा कम से कम अहसास तो होगा कि वह हमारे आस पास ही है,इतना अहसास काफी है मेरे लिये फिर एक दिन कह ही डालूगा कि तुमको बहुत चाहता हूँ और अपना जीवन तुम्हारे साथ बीतना चाहता हूँ आशा करता हूँ मेरी भावनाएं आप सब को ठीक लगी होगी बस हमारा विवाह हो और आप सब का आशीष मिलें हमारे विवाह आप सब आये जरूर.
