लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
अनुरागी अर्जुन और आत्मा रूपी कृष्ण के लिए तो यह आरम्भ का प्रथम कदम है। अनुरागी अर्जुन और आत्मा रूपी कृष्ण के लिए तो यह आरम्भ का प्रथम कदम है।
सच में आज और अगले हर दिन उस ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हैं। सच में आज और अगले हर दिन उस ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हैं।
तू ही गीतों की सरगम तू ही है गीत मेरा दिल को जो आ गया पसन्द वही मनमीत मेरा। तू ही गीतों की सरगम तू ही है गीत मेरा दिल को जो आ गया पसन्द वही मनमीत मेरा।
हमने भी तो स्टेटस सिंबल के लिए सुरीली को महंगे स्कूल में डाला था|" वाणी ने अपने आपसे कह हमने भी तो स्टेटस सिंबल के लिए सुरीली को महंगे स्कूल में डाला था|" वाणी ने अपने ...
तुम रोते-रोते भगवान के इतने समीप पहुँच गए थे कि तुम्हें भगवान के दर्शन होने ही वाले थे तुम रोते-रोते भगवान के इतने समीप पहुँच गए थे कि तुम्हें भगवान के दर्शन होने ही व...