नकल
नकल
बंटी को उसकी माँ सुबह-सुबह ही पीटे जा रही थी। बाद में उसकी कार्त रूदन सुनकर पास वाली आंटी उसे बचाने आती हैं। उसकी माँ से पीटने का कारण जब पड़ोसन पूछती हैं, तो" वह बोलती है कि यह स्कूल से एक सहपाठी के बैग में रखे पैसे चुराकर भाग आया है। और तो और उसमें कुछ रुपयों को छोड़कर उसमें नकली नोट मिला दिया है, ताकि पकड़े न जाऊं।" उस (पड़ोस वाली आंटी) महिला ने उसे समझाये की "बेटा चोरी नहीं करते, ये गंदी आदत है, फिर तुम अच्छे बच्चे हो। फिर तुमने ऐसा क्यों किया ? " बालक बंटी बोल बैठा "माँ भी तो रोज पिताजी के जेब से पैसे निकाल लेती है, और तो और पूछने पर पापा जी के मुकर भी जाती है।
