मित्रता
मित्रता
मित्रता अनावश्यक है, दर्शन और कला की तरह……इसके जीवन का कोई महत्व नहीं है, बल्कि ये उन चीजों में है, जो जीवन को महत्व देता है। बहुत सारे लोग आपके साथ शानदार गाड़ियों में घूमना चाहते हैं! पर आप चाहते हैं।
कि कोई ऐसा हो जो गाड़ी खराब हो जाने पर आपके साथ बस में जाने को तैयार रहे, एक सच्चा दोस्त , उचित सलाह देता है, सहजता से मदद करता है!
आसानी से जोखिम उठता है, सबकुछ धैर्यपूर्वक सहता है, हिम्मत से अपना बचाव करता है, और बिना बदले दोस्ती बरक़रार रखता है। मेरे पीछे मत चलो, हो सकता है मैं... नैतृत्व ना कर पाऊं।
मेरे आगे मत चलो हो सकता है मैं...अनुगमन ना कर सकूँ, बस मेरे साथ चलो मेरे मित्र बनकर सच्ची दोस्ती एक अच्छे स्वास्थ्य की तरह होती हैं।
उसे खोने पर ही उसकी महत्वता पता चलती है! फूलों की दोस्ती से काँटों से दोस्ती करना अच्छा है, जो हमें कठिन से कठिन रास्तों पर चलने की प्रेरणा देती है!
दोस्तों से बिछड़ के यह अहसास हुआ ग़ालिब थे तो कमीने, लेकिन रौनक भी उन्हीं से थी। दोस्ती कभी ख़ास लोगों से नहीं होती, पर जिनसे हो जाती है, वही लोग ज़िन्दगी में ख़ास दोस्त बन जाते है!
तलाश हे मुझें एक ऐसे शख़्श की, जो आँखों में उस वक्त दर्द देख ले, जब दुनिया हमसे कहती हे , ‘ क्या यार तुम मुस्कुराते बहुत हो !
मुस्कराहटों का कभी कोई मोल नहीं होता।
कुछ रिश्तों का कभी कोई तोल नहीं होता।
दोस्त तो मिल जाते हैं हर रोज़ नए मोड़ पर,
लेकिन आपके जैसा दोस्त कोई नहीं होता।
वक़्त कभी कोई ख़ास नहीं होता, जिंदगी कभी कोई पास नहीं होती। मित्रता खोने पर पता चल जाती है, दोस्ती का असली मतलब, बेमतलबियों का कभी कोई उद्देश्य नहीं होता।
खुशकिस्मत होते हैं वो लोग जिन्हें मित्रता का महत्व पता होता हैं। जीवन में सच्ची मित्रता का अनुभव अनुभूति से होता हैं।
दोस्ती जीवन का एक किस्सा हैं।
दोस्ती प्रेम की एक कहानी हैं।
दोस्ती अनमोल एक निशानी हैं।
दोस्ती ज़िन्दगी की एक किताब हैं।
दोस्तों से अच्छी ज़िन्दगी किताबों कि हैं, जो हमें ज्ञान देती हैं, जो हमें अपने जीवन में ख़ुद-से-ख़ुद को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। सच्ची दोस्ती तो वहीं हैं, जो हमें औऱ आपको किताबों से मिलती हैं।
ज्ञान का भण्डार भर देती हैं किताबें।
अँधेरों से उजाला कर देती हैं किताबें।
दोस्ती हो किताबों से अगर तो हार्दिक
ज्ञान का प्रकाश फैला देती हैं किताबें।