मेरी यात्रा 2
मेरी यात्रा 2
ये यात्रा मेरी पहली यात्रा थी जो में अपने परिवार के साथ और रात को कर रही थी। हमने बस मेंं अपनी सीट ली और सब बैठ गये।हम धार्मिक यात्रा पर जा रहे थे तो बस चलते ही औरतै भजन गाने लगी। मुझे बहुत खुशी हो रही थी कि मैं कहीं घूमने जा रही हूँ।
हमारी बस दो घंटे चलने के बाद एक जगह रुक गई वहां सब लोगों ने कुछ खाने पीने का सामान लिया और बस फिर से शुरू हो गई।मुझे नींद नहीं आ रही थी मैं रस्ते में आने वाले हर जगह देख रही थी।रेत के टीले दिखाई देने लगे थे।सब देखते देखते कब नींद आई पता ही नहीं रहा।सुबह आंख खुली तो हम कोलायत पहुंचे थे।