कवि सम्मेलन

कवि सम्मेलन

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जिंदगी एक सपनों का घर है , जिसमें हर मोड़ पर हम सपने देखते हैं।

और कभी हमारे सपने जब हकीकत में तब्दील हो जाते हैं तो

जिंदगी का एक खूबसूरत लम्हा जिंदगी भर के लिए साथ हो जाता है।

मेरा एक सपना था

कि मैं किसी कवि सम्मेलन में भाग लेना चाहता था ,

लेकिन कोई मौका ही नहीं था ।

फिर एक बार कॉलेज में एक स्टेज शो पर मैंने जमकर स्पीच दिया ।

जिससे एक महाशय जो खुद कवि थे उन्होंने कहा कि - " बेटा मेरे लिए किसी स्टेज का संचालन करोगे ?

मेंने हां कर दी ।

उन्होंने एक कवि सम्मेलन का आयोजन जिसमें मुझे संचालन करना था ,

ले गए और माइक पकड़ाकर बोले - ये सूची पर तू शुरू कर दे।

मेंने पूरा कवि सम्मेलन संचालित किया और ध्यान से सुना ।

लगभग छह घंटे बाद उन महाशय ने माइक में एक अनाउंस किया -

" हमारे बीच आने वाले है युवा कवि शिशपाल चिनियां " शशि "

और माइक देकर कहा - " जो तेरी ख्वाहिश है पूरी करले "

मेंने तीस मिनट उस कवि सम्मेलन को संबोधित किया,

सभी ने मुझे प्रभावित किया और पूरे सम्मान के साथ बात की ।

उन महाशय की वजह से मैंने अपनी जिंदगी का

एक अहम हिस्सा अपने लिए निकाला था जो मेरा सपना नहीं अपना था।



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