खोया पाया विभाग !
खोया पाया विभाग !


आज मेरी बेटी हर्षी की एक रुमाल खो गई स्कूल में, कोई नई बात नहीं होता रहता है स्कूलों में बच्चे चीजें गुम कराते रहते हैं, इसी बीच याद आया अपने स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर का खोया पाया विभाग अन्य अनेक विभागों में से एक !!!
वाहन, घोष, पुस्तकालय विभाग जैसा एक।
यहाँ कोई भी बच्चा कोई भी समान पाता जैसे पेंसिल पेन कटर रुमाल खाने का डिब्बा वगैरह तो वो सीधे कार्यालय में जा के एक डिब्बे में रख आता आचार्य जी को बताने के बाद कि यह चीज यहाँ पड़ी मिली ।
शाम की छुट्टी के बाद वो बक्सा आता और आचार्य जी या कोई प्रतिभावान तेज आवाज़ वाला विद्यार्थी एक एक सामान के बारे में बताता।
ये उषा का जीनिब पेन फील्ड में मिला है जिसका ढक्कन भूरा है और इसमें आधी स्याही भरी है नीले रंग की जिस किसी का हो हाथ उठावे
कभी एक हाथ उठता, कभी कई।
फिर आती न्याय की बारी,
जो जितना सटीक बता पाता उसको पेन मिलता बाकी या तो पिटाते या कान गर्म करा के वापस लौटते अपने हंसते सहपाठियों के पास
एक व्यवस्था थी गुम हुई चीजों की वास्तविक मालिक तक पहुँचाने की।
कल से स्कूल बंद है छुट्टियों के बाद पता किया जाएगा हर्षी की वो रुमाल ऑफ़िस में कोई छोड़ गया है क्या !
सर्दी जुकाम में इस्तेमाल की गई वो रुमाल किसी बच्चे को सर्दी जुकाम के अलावा क्या और दे पाएगी ।