खेल और जीवन
खेल और जीवन
जीवन और खेल, एक दूसरे के पूरक हैं। जैसे स्वस्थ तन और स्वस्थ मन, एक संतुलित व्यक्तित्व की पहचान होती है।
फुटबाल का खेल एक जुनून से युक्त खेल होता है। खिलाड़ी का तन और मन जितना सुद्दढ़ और मजबूत होता है, उसमें उतनी ही ज्यादा उर्जा होती है।फुटबॉल के खेल में, उर्जा का बड़ा महत्व होता है। साथ ही चलता, फुर्ती, आपसी समन्वय व सहयोग तथा टीम वर्क से फुटबाल के खिलाड़ी, एकजुट होकर खेलते हैं ।
उसी तरह जीवन में भी, खेल के गुणों और अनुशासन के पालन करने से जीवन में, उन्नति और विकास होता है तथा मनुष्य अपने लक्ष्य या गोल को प्राप्त करता है ।
हमें दिखाया जा रहा है कि एक ही व्यक्ति, आधे शरीर से किसी बड़ी कंपनी में कार्यरत होगा तथा वह फुटबाल का भी अच्छा खिलाड़ी होगा।
कार्य के साथ ही कंपनी की बिल्डिंग के बाजू से खेल का भव्य मैदान दिख रहा है, जिसका प्रवेश द्वार भी है।
कहा जा सकता है कि एक ही व्यक्ति कार्यशील रहकर खिलाड़ी भी है जैसा कि परिधान में दिख रहा है। फुटबॉल का प्रवेश द्वार और कंपनी आजु बाजूदिख रहे हैं ।