खौफ
खौफ
"बेटी का बाप हूँ दीदी, फिकर तो रहेगी ही। बस एक बार हाथ पीले कर दूँ। जल्द ही लेकर जाउँगा बिटीया को, कुछ दिन ध्यान रखना।"
धनीया का बाप बेटी, गाँव के गुंडों से तंग आकर, बेटी को बहन के गाँव छोड़ वापस होते हुये बोला...
सतरह साल की धन्नो ने कभी भी बुआ का गाँव देखा नहीं था, और ना ही बाप को बुआ के घर जाते देखा।
लेकिन कुछ महीनों से, धन्नो के गली में एक छिछोरे किस्म का लड़का रहने आया था, और हमउम्र लड़कों से यारी बढ़ा, मोहल्ले की लड़कियों को छेड़ते रहता। इसी बात पर एक दिन गाँव में किसी से कहा सुनी हो गयी, और उस रात से गाँव की एक लड़की लापता हो गयी।
गाँव में जैसे खौफ फैल गया। और धन्नो को पहली बार बुआ के गाँव ले जाकर रखा गया।