खास बाग पैलेस
खास बाग पैलेस
"बच्चों, नमस्कार, आज हम बात करेंगे रामपुर के नवाब के ख़ास बाग़ पैलेस की।यह अपने नाम की तरह ही बेहद ख़ास है।"
" चाचाजी, यह ख़ास बाग कहां स्थित है और इसकी खासियत क्या है?" ख़ुशी ने उत्सुकता से पूछा।
"यह कोसी नदी के किनारे स्थित है। यूरोपीयन इस्लामी शैली में बने इस महल के चारों और बाग हैं। जिसमें आम, अमरूद और विभिन्न प्रजातियों के एक लाख से ज्यादा पेड़ लगे हैं। अरबों रुपए की लागत से बने इस आलीशान महल को इस तरह बनाया गया है कि भीषण गर्मी में भी पूरी तरह ठंडा रहता है।"
"इसका अर्थ सेंट्रली एयर कंडीशंड है! बिजली का कोई खर्च ही नहीं, सोलर प्लांट की भी कोई जरूरत नहीं!"अभिज्ञान ने कहा।
"बहुत समझदार हो गए हो, तुम!" पृथ्वी ने अभिज्ञान से कहा।
"अभिज्ञान, तुम्हारा कहना बिल्कुल सच है। इसके अतिरिक्त इस महल में ढाई सौ कमरे और सिनेमा हॉल सहित कई बड़े हॉल हैं, जिन्हें बर्मा टीक और बेल्जियम गिलास के झूमरों से सजाया गया है। इसमें नवाब का ऑफ़िस, सिनेमा हॉल, सेंट्रल हॉल, संगीत हॉल, स्विमिंग पूल भी बनाया गया है। सेंट्रल हॉल में बेशकीमती पेंटिंग लगी थीं, जो अब ख़राब हो गई हैं।"
"इस महल का निर्माण कब हुआ था, चाचाजी और इसका आर्किटेक्ट कौन था?" मुकुंद ने पूछा।
"आप लोगों की उत्सुकता मुझे बहुत अच्छी लगती है।
यह महल 1930 में बनकर तैयार हुआ था। इसका निर्माण ब्रिटिश आर्किटेक्ट की देखरेख में हुआ था।"
"चाचाजी, आज की टेक्नोलॉजी आने से पहले भी लोगों में वैज्ञानिक सूझबूझ कितनी उत्तम थी!" मयूर ने आश्चर्य से कहा।
"हां मयूर, दरअसल कोठी के मुख्य द्वार पर गुंबद बने हैं और दीवारों को हवा प्रतिरोध से बचने के लिए कोणों को गोलाकार बनाया गया है। दीवारों की मोटाई भी ज्यादा है। इसकी छत को डाट तकनीक से बनाया गया है, जिसकी मोटाई करीब 2 फीट है। महल के चारों ओर बाग हैं। पश्चिम में कोसी नदी है। हरा- भरा होने के कारण आसपास का तापमान करीब 5 डिग्री कम रहता है।"
"चाचाजी, इसीलिए तो हमारे अध्यापक भी कहते हैं पौधारोपण करो, वृक्षों को बचाओ। वृक्ष होंगे तो तापमान कम रहेगा।" मृणालिनी ने कहा।
"केवल तापमान ही कम नहीं रहेगा, वृक्षों से फल भी मिलेंगे, फूल भी मिलेंगे, छाया भी मिलेगी, आक्सीजन भी मिलेगी और तो और उसके नीचे तपती धूप में भी खेल सकते हैं।" मृदुल ने मंद- मंद मुस्कुराते हुए कहा।
"देख रहा हूं कि यहां कितने बुद्धिमान और पर्यावरण के प्रति जागरूक बच्चे हैं! यह बहुत ही आनंद देने वाली बात है!"
"तो एक आखरी ख़ास बात इस महल की इसके पास से गुजरने वाली सड़क ठंडी सड़क कहलाती थी। पूर्व सांसद बेगम नूर बानो इस महल में रहती हैं और जैसा कि अभिज्ञान ने कहा यह सचमुच देश का पहला पूरी तरह एयर कंडीशनड महल है।"
"जरूर कुछ और भी कारीगरी रही होगी जिससे यह पूरी तरह एयर कंडीशनड है!" जसवंत ने कहा।
" इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि इसमें बर्फखाना बनाया गया था।"
"वही तो!" सबने एक साथ कहा।
"फिर भी कितना अद्भुत, बहुत सुंदर !"
"तो बच्चों, आज आप इस ख़ास महल की सुंदरता और अद्भुतता का आनंद लें, कल फिर मिलेंगे ,तब तक के लिए नमस्ते।"
" नमस्ते चाचाजी और आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।"
"धन्यवाद, बच्चों।"
