Priyanka Gupta

Children Stories Fantasy Inspirational

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Priyanka Gupta

Children Stories Fantasy Inspirational

कद्र Prompt 8

कद्र Prompt 8

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"बेटा, पानी बहुत महँगा है। १ लीटर पानी के 500 /- देने पड़ते हैं। अब से तुम्हें नहाने के लिए केवल आधा मग पानी मिलेगा। ",पापा ने कहा। 

"पापा, कम से कम एक मग तो दे दो। ",चिंटू ने कहा। 

"नहीं बेटा, ऑक्सीजन के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं। मेरी सैलरी में हम इतना ही जुटा सकते हैं। ",पापा ने कहा। 

चिंटू निराश सा होकर चला गया था। दादी ने उसे दुःखी देखा तो उसके पास चली गयी और उसे कुछ पुरानी फोटोज अपने मोबाइल में दिखाने लगी। 

दादी चिंटू को अपने बचपन की फोटोज दिखा रही थी। एक फोटो में दादी बड़े से तालाब में खेल रही थी। 

चिंटू ने पूछा, "दादी, पहले हम बहुत धनवान थे न ?",

"नहीं बेटा, हम तो हमेशा से ही मध्यम वर्गीय रहे हैं। लेकिन क्यों ?",दादी ने कहा। 

"दादी, देखो न आप बचपन में इतना सारा पानी इस्तेमाल करती थी। अब तो पापा एक -एक बूँद का हिसाब रखते हैं। ",चिंटू ने मासूमियत से कहा। 

"अरे बेटा, पहले पानी, ऑक्सीजन सब कुछ निःशुल्क था। कोई दाम नहीं देने पड़ते थे। मुफ्त की वस्तुओं की हमने कद्र नहीं की। अब सब वस्तुओं के दाम चुकाने पड़ते हैं। अब तो धरती माता नाराज़ हो गयी हैं। ",दादी ने कहा। 

"दादी, क्या हम धरती माता की नाराज़गी दूर नहीं कर सकते ?",चिंटू ने कहा। 

"क्यों नहीं कर तो सकते हैं ? हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। अपने उपभोग को सीमित करें। हो सकता है धरती माता खुश हो जाए ",दादी ने कहा। 


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