जगह नहीं, लोग महत्वपूर्ण होते हैं day-2
जगह नहीं, लोग महत्वपूर्ण होते हैं day-2
"शुक्रिया नन्दिनी," नवीन ने शहर में पली बढ़ी अपनी नवविवाहित पत्नी से ग्रामीण परिवेश में अच्छे से रच बस जाने के लिए उसका आभार व्यक्त करते हुए कहा ।
नवीन और नन्दिनी एक साथ कॉलेज में पढ़ रहे थे । आज़ाद ख्यालों की नंदिनी को नवीन का धीर गंभीर व्यक्तित्व भा गया था नवीन को नंदिनी की
जिंदादिली ने आकर्षित किया था । विवाह से पूर्व ही नवीन ने नंदिनी को बता दिया था कि ,"हमें मेरे गांव में ही रहना होगा । "
नंदिनी ने सहर्ष इसकी सहमति भी दे दी थी ।
नंदिनी और नवीन की लव मैरिज घरवालों ने अरेंज की थी।
"नवीन जगह नहीं, लोग महत्वपूर्ण होते हैं. जगह के साथ नहीं लोगों के साथ सामंजस्य बिठाना होता है. घर के सभी सदस्यों ने मुझे पूरे दिल से अपना लिया है तो यह घर अब मुझे अपना सा लगता है.", नंदिनी ने मुस्कुराकर कहा.
