इन्सानियत
इन्सानियत
"डाक्टर साहब! बच्ची ठीक हो जाएगी न ?" थरथराती हुई आवाज में सविता ने डाक्टर से पूछा । डाक्टर बिना कोई जवाब दिए बच्ची को जांचा और नर्स को कुछ निर्देश देकर दूसरे मरीज को देखने के लिए आगे बढ़ गया ।
सविता और उसका पति संजय चार दिन से बीमार तीन महीने की बच्ची को लेकर अस्पताल में बैठे थे। दोनों ही बदहवास से थे क्योंकि बच्ची की हालत गंभीर थी ।
तभी दो व्यक्ति उन लोगों के पास आया और संजय से "अरे सर मैं ऑफिस गया था तो सुने कि आपकी बच्ची अस्पताल में भर्ती है। तो हम हाल-चाल पूछने आ गए ।"
"अच्छा" संजय बस इतना ही कह पाया ।
"वैसे सर मेरा काम कब तक हो जाएगा ?"
"अब मैं क्या कहूँ मेरी परिस्थिति देख ही रहे हैं ।" संजय दुखी स्वर में कहा ।
"सर कुछ जल्दी हो जाए ।"