धरती का प्रेमी

धरती का प्रेमी

1 min
281


खुदा, ईश्वर और गॉड तीनों को धरती से प्रेम हो गया। खुदा ने उर्दू में, ईश्वर ने हिंदी में और गॉड ने अंग्रेजी में अपने प्रेम को अभिव्यक्त किया, लेकिन धरती को कुछ समझ में नहीं आया। खुदा ने धरती को कुरान का तोहफा दिया, ईश्वर ने गीता उपहार में दी तो गॉड ने बाईबल गिफ्ट की। धरती पढ़ ही नहीं पायी।

तीनों परेशान हो गये। वो अपनी परेशानी लेकर प्रकृति के पास गये। प्रकृति ने कहा, "धरती तो उसे ही मिल सकती है जो उसे सबसे अधिक प्रेम करता है।"

तो तीनों ने कहा, "आप ही निर्णय करें कि वो कौन है।"

प्रकृति ने प्रत्युत्तर दिया, "धरती के ऊपर देखें, एक किसान हल लेकर धरती खोद रहा है, वही इसको सच्चा प्रेम करता है।"

तीनों ने आश्चर्यचकित होकर पुछा, "वो कैसे?"

"वो ही तो है जो धरती की प्रकृति के अनुसार कर्म करता है। आप तीनों हमेशा साथ रहते हुए भी आपस में बात तक नहीं करते, आपके नाम पर कितने लोग लड़ रहे हैं, तो आप धरती को कैसे प्यार कर सकते हो, वो तो इस विवाद से रूग्ण होती जा रही है| यह किसान ही है, जो अपनी मेहनत का पसीना बहा, अलसी भौर में उनींदे नयन होते हुए भी सौंदर्य की प्रतिमा धरती में बीज बो कर धरती को गर्भधारण करवाता है।"


Rate this content
Log in