बुध की चाल कर दे सबको बेहाल
बुध की चाल कर दे सबको बेहाल
बुध ग्रह अपने आप मे राजा होता है।यह स्वभावतः बहुत ही चंचल ग्रह होता है।यह ग्रह एक बच्चे जैसा स्वभाव बना देता।बाकी के दुनियादारी से किसी चीज से मतलब ही नही रखता व्यक्ति अपने आप मे बिंदास होकर अपनी लाईफ को जीता है।कभी कभी यह बहुत विचित्र भी बना देता है।
1- इसकी एक पहचान यह भी है कि अपने से ज्यादा आगे बढ़ने वालों से जलन मतलब ईर्ष्या करने लगता है।ईर्ष्यालु स्वभाव थोड़ा बहुत होता है।
2-यह आराम फरामोश होता है।खुद मेहनत करने से हटाता है और फल दो गुना लेना चाहता है।
3-यदि व्यक्ति के बुध ग्रह पीड़ित स्थान पर है तो चोरी ,जुआ,झूठ बोलना यह सब भी करवाता है।यदि पीड़ित अवस्था मे नहीं है तो सिर्फ बिना किये अच्छे खाने की चाहत रखता है।
4-बुध जब अत्यधिक पीड़ित अवस्था मे होता है और द्वादश भाव से सम्बंध बना लेता है तो स्त्रियों के लिए भी गलत कार्य करवाता है।और इस योग में यदि शुक्र शामिल हो जाये तो पुरूष भी इसी तरह के दूषित कार्य करते हैं।
5-बुध के प्रभाव यदि शुभ अवस्था मे है तो ऐसे व्यक्ति को बेहद आसानी से या यूं कह लीजिए बिना मेहनत किये सब कुछ धन ,दौलत, बंगला,गाड़ी प्रसिद्धि सब मिल जाती है।
6-बुध ग्रह को पूजा पाठ से कोई मतलब नही होता है।आप पूजा पाठ करो या न करो न ही जाति पाति से कोई भेदभाव होता है।
7- बुध प्रधान व्यक्ति लेखन कला में प्रसिद्धि प्राप्त करता है।उस व्यक्ति की कल्पना शक्ति बहुत ही मजबूत होती है।दिमाग मे कुछ नए नए आयडिया आते रहते हैं।
8-यह बुध प्रधान ग्रह जुआ लॉटरी से भी अत्यंत लाभ देता है।
बुध ग्रह बहुत ही चंचल स्वभाव का होता है।इसका स्वभाव एक छोटे बच्चे के तरह होता है।यह ग्रह अपनी जिद भी बहुत ही प्यार से मनवा लेता है।अपने बुध को अच्छा शुभ बनाने के लिए जरूरत मन्द बच्चों की शिक्षा में सहयोग करना शुभ होता है ।छोटे बच्चों को खुश रखने से भी हम सभी का बुध ग्रह मजबूत और शुभ होगा।
तो आज आप सबसे बुध ग्रह की मुलाकात करा दिया।कैसा लगा अपनी अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा।
