भारत का कद्दू
भारत का कद्दू
दोस्तो, Possumwood स्परेज परिवार का एक सदाबहार पेड़ है, जो अमेज़ॅन वर्षावन सहित उत्तर और दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों और तंजानिया के कुछ हिस्सों में भी मौजूद है, जहाँ इसे एक आक्रामक प्रजाति माना जाता है।
वह क्यों भाई ?
इसकी सबसे खतरनाक बात यह है कि इसपर लगे हुए फल पकने के बाद किसी बम की तरह धमाका करते हुए फट जाते हैं, जिसके बाद इसके बीज 257 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा में फैल जाते हैं।
ओह,तब तो निश्चय ही खतरनाक है!
और हां,अगर गलती से भी कोई इंसान इसकी चपेट में आ जाए तो वह गंभीर रूप से घायल हो सकता है।
ये पेड़ 60 मीटर (200 फीट) तक बढ़ सकते हैं, और इसके बड़े अंडाकार पत्ते 2 फीट (0.61 मीटर) चौड़े हो सकते हैं। इसके फल कद्दू के आकर के होते है।
क्या ये खाने योग्य है ?
हां, एक स्रोत में कहा गया है कि जब फल पकने के बाद फटता है तो इसके बीजों 100 मीटर (330 फीट) दूर तक जा सकते हैं।
ये पेड़ उत्तर और दक्षिण अमेरिका सहित अमेजन वर्षावन में पाए जाते हैं।
इनका रंग और आकार हमारे देश में पाते जाने वाले कद्दू से मिलता- जुलता है।
हाँ , देखने से ऐसा ही प्रतीत होता है।
वाह, अच्छी जानकारी है।
नहीं, पहले अच्छी तरह शोध करना,तब इस नतीजे पर पहुंचना।
ठीक है,ठीक है धन्यवाद।