आ बैल मुझे मार
आ बैल मुझे मार
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कभी-कभी विजया किसी की व्यक्तिगत जानकारी मालूम भी हो तो भी चुप रहना ही बेहतर।
नाती की शादी का लुत्फ उठातीं। तुम्हें प्रीती की शादी नहीं होने संबंधी गलत-बात गलत-जगह पर कहने की क्या जरूरत? आ बैल मुझे मार वाला काम मत करो, ऐसे जगह पर चुप रहना ही बेहतर है ।
ग़लती हुई भईया, मैं भूल गई कभी मेरे ऊपर भी उंगली उठाए कोई तो?