कहानी देविका की जो बनी एक रात की दुल्हन कहानी देविका की जो बनी एक रात की दुल्हन
सभी लोग रात को वहा रेलवे ट्रैक पर रहने गए थे पर उनमे से कोई भी ज़िंदा नहीं आया ! सभी लोग रात को वहा रेलवे ट्रैक पर रहने गए थे पर उनमे से कोई भी ज़िंदा नहीं आया !
और अमन आज आज़ाद पंछी की तरह आसमान में बेख़ौफ़ उड़ान भरने को है तैयार। और अमन आज आज़ाद पंछी की तरह आसमान में बेख़ौफ़ उड़ान भरने को है तैयार।
गरिमा की आवाज़ को सुन, उसे ये यकीन हो चला कि वो वाकई में अब अकेला नहींं है। गरिमा की आवाज़ को सुन, उसे ये यकीन हो चला कि वो वाकई में अब अकेला नहींं है।
सोचा कि मामला ठंडा पड़ गया पर नहीं ……तुम्हारा पाप तुम्हारा पीछा कभी नहीं छोड़ेगा!” सोचा कि मामला ठंडा पड़ गया पर नहीं ……तुम्हारा पाप तुम्हारा पीछा कभी नहीं छोड़ेगा!”
मछली पकड़ना जिंदगी भर के लिए यादगार बन गया ! मछली पकड़ना जिंदगी भर के लिए यादगार बन गया !