मैने खिड़की से धरती का नज़ारा देखा, स्वर्ग जैसा नज़ारा अति रमणीय था। मैने खिड़की से धरती का नज़ारा देखा, स्वर्ग जैसा नज़ारा अति रमणीय था।
उसकी फिजिक्स और मेरी केमेस्ट्री बस इतना ही थी। उसकी फिजिक्स और मेरी केमेस्ट्री बस इतना ही थी।
रोज़ रोज़ के खाने से बोर हो रहे बच्चे को आज थोड़ा मजेदार उनका पसंदीदा मैकरोनी रोज़ रोज़ के खाने से बोर हो रहे बच्चे को आज थोड़ा मजेदार उनका पसंदीदा मैकरोनी
भावनाओं से लबरेज प्रेमी अपनी प्रेमिका को एक नायाब तोहफ़ा देना चाहता है। भावनाओं से लबरेज प्रेमी अपनी प्रेमिका को एक नायाब तोहफ़ा देना चाहता है।
लेखक: मिखाइल जोशेन्का अनु.: आ. चारुमति रामदास लेखक: मिखाइल जोशेन्का अनु.: आ. चारुमति रामदास
रवि विनय को कॉल कर के अपने रूम पर बुलाता है। और इधर सतीश को पहले से ही कुछ कुछ शक था,की कुछ तो गड़बड़ ... रवि विनय को कॉल कर के अपने रूम पर बुलाता है। और इधर सतीश को पहले से ही कुछ कुछ श...