किसी फकीर की झोली में भला कब तक रह सकता है। किसी फकीर की झोली में भला कब तक रह सकता है।
भावनाओं से लबरेज प्रेमी अपनी प्रेमिका को एक नायाब तोहफ़ा देना चाहता है। भावनाओं से लबरेज प्रेमी अपनी प्रेमिका को एक नायाब तोहफ़ा देना चाहता है।
फैक्ट्री में हम भले ही मालिक और वो मुलाजिम रहे हों, पर फैक्ट्री के बाहर हम अच्छे दोस्त फैक्ट्री में हम भले ही मालिक और वो मुलाजिम रहे हों, पर फैक्ट्री के बाहर हम अच्छे...