क्या नया रूप ले वो फिर आ रहा या बस हमारी समझ का फर्क है।
उसी प्रकार वह अपनी मां से अपनी पत्नी के बारे में शिकायत करता रहा ।
फरेबी हैं ..अंदाजे बयां.. जिनके सदा से । मुहब्बत की फिर क्यूँ भावनाएँ ढूँढ़ते हो ।।
उनको क्यो यह अहसास कराया जाता हैं कि वह औरत है और वह हर पल नजरबंद है।
यहां अपना मकान होने के बावजूद मैं होटल में ठहरा हूं और रोज 1000 खर्च हो रहा है..!"
उस भयानक हादसे एक-एक पल जब मेरे दिलो दिमाग पर अंकित था।