जब क़दम लड़खड़ाने लगे तुम कहो गिर के उठते रहो खुद को पाती रहो जब क़दम लड़खड़ाने लगे तुम कहो गिर के उठते रहो खुद को पाती रहो
ज़िन्दगी कभी हँसाती है ! तो ज़िन्दगी कभी रुलाती है ! ज़िन्दगी कभी जगाती है ! तो ज़िन्दगी कभी सुल... ज़िन्दगी कभी हँसाती है ! तो ज़िन्दगी कभी रुलाती है ! ज़िन्दगी कभी जगाती है ! ...
अमावस में भी तारों की रोशनी आती तो है... अमावस में भी तारों की रोशनी आती तो है...
वो हम को अपने पास रोज बुलाती है। कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है। वो हम को अपने पास रोज बुलाती है। कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है।