जो कुछ उलझे-बिखरे, फटे पन्नों से दिखते हैं उन्हें यादों की गठरी में बांध रख देती हूँ जो कुछ उलझे-बिखरे, फटे पन्नों से दिखते हैं उन्हें यादों की गठरी में बा...
गगरुड़बद फजयर्ड नेहरुरु बश्रुतउफनव बसुग्स फहर ब गगरुड़बद फजयर्ड नेहरुरु बश्रुतउफनव बसुग्स फहर ब