एक प्यारी सी गायचारी बिटिया पानी जब झरने के किनारे अपनी सुस्वर आवाज में गाती है तो ईश्वर को गर्व होत... एक प्यारी सी गायचारी बिटिया पानी जब झरने के किनारे अपनी सुस्वर आवाज में गाती है ...
अनादि काल से, जिसके मुस्कुराहट से धरती-अंबर झूम रहा है, उसकी जटाएं इतनी मनमोहक जिसको देखकर चाँद,... अनादि काल से, जिसके मुस्कुराहट से धरती-अंबर झूम रहा है, उसकी जटाएं इतनी मनमोह...