कभी किसी पर विश्वास नहीं करना भी सिखाते हैं। कभी किसी पर विश्वास नहीं करना भी सिखाते हैं।
आज जब बीत गया है बचपन तो हर कोई गैर था सब मिलकर मुझे सिखाते थे सब मिलकर पढ़ाते थे आज जब बीत गया है बचपन तो हर कोई गैर था सब मिलकर मुझे सिखाते थे सब मिलकर पढ़ाते...
कहीं आपकी बेटी या बहन उस मुसीबत में ना पड़ जाए सोच बदलो देश बदलेगा । कहीं आपकी बेटी या बहन उस मुसीबत में ना पड़ जाए सोच बदलो देश बदलेगा ।
देहाती, गँवार मान अब तो माँ बाप के साथ कहीं आने जाने से भी कतराते हैं। देहाती, गँवार मान अब तो माँ बाप के साथ कहीं आने जाने से भी कतराते हैं।
रंग को मात्र रंग रहने दो। रंग को मात्र रंग रहने दो।