सहमा - सहमा समाज हुआ सुकून खुश दिल ममता जिंदगी आसान नहीं कठिन दौर सहमा सहमा सा सपनों की। हकीकत भीड़ है हर तरफ नींद हथेली लोरी अँधेरे

Hindi सहमा Poems