बहता हूँ मैं उन्मुक्त! जैसे बहता सलिल कोई बहता हूँ मैं उन्मुक्त! जैसे बहता सलिल कोई
तू सरल सलिल बहती आना ना आना किसी सोर से बनकर निर्मल धारा फिर मिल आयेंगे किसी भोर से तू सरल सलिल बहती आना ना आना किसी सोर से बनकर निर्मल धारा फिर मिल आयेंगे किसी ...